Bundi ke laddu in English
Bundi ke laddu एक लोकप्रिय भारतीय मिठाई है | इसे बेसन के घोल से तैयार किया जाता है जिसे पहले डीप फ्राई किया जाता है और फिर चाशनी में भिगोया जाता है |
Budi ke laddu त्योहार और पूजा के दौरान तैयार किया जाता है | यह खाने में बहुत स्वादिष्ट लगता है | Motichur ke laddu और bundi ke laddu recipe का सबसे मुख्य अंतर यह है कि मोतीचूर के लड्डू छोटे आकार के बेसन के आटे से बनी बूंदी होती है और बूंदी के लड्डू बड़े आकार के बेसन के आटे से बनी बूंदी होती है |
Boondi ke laddu को देसी घी में फ्राई किया जाता है | Bundi ke laddu आप प्रसाद के रूप में बना सकते हैं | यह लड्डू खाने में बहुत स्वादिष्ट लगता है |
Boondi ke ladoo बनाने के लिए बहुत ही कम सामग्री की जरुरत लगती है | जो की हर किसी के घरो में आसानी से उपलब्ध होती है | Boondi ke ladoo बनाने के लिए अपको चाहिए बेसन, चीनी, घी, इलायची और खरबूजे के बीज |
Moti choor k ladoo परंपरागत रूप से देसी घी में बनाए जाते हैं | Desi ghee ke laddu खाने में बहुत ही स्वादिष्ट लगते हैं |
Bundi ke laddu ingredients:-
- बेसन-250 gm
- चीनी - 375 gm
- इलायची -1/2 tsp
- खरबूजे के बीज- 1/4 cup
- घी
Bundi ke laddu kaise bante hain :-
•बूंदी के लड्डू बनाने के लिए सबसे पहले हम बूंदी के लिए बेसन का घोल बनाकर तैयार करते हैं |
• घोल तैयार करने के लिए बाउल में 2 कप बेसन ले फिर उसमे थोड़ा थोड़ा पानी डालकर फेट ले ताकी गुटलिया खतम हो जाए |
• घोल आपको थोडासा पतला रखना है |
• घोल 10 मिनट के लिए रख दे |
• तब तक हम चासनी तैयार कर लेते हैं |
•चासनी तैयार करने के लिए एक भगोने में 1.5 कप चीनी डाले फिर इसमे 1 कप पानी डालकर चीनी को पिघला ले और बिच बिच में इसे चलाते रहे |
• जब चीनी मेल्ट हो जाए तब चेक कर ले |
• जब अंतिम ड्रिप में 1 से 2 तार बनने लगे तब गैस बंद कर दे |
• चासनी बनकर तैयार है |
•10 मिनट के बाद जब बैटर अच्छे से फुल जाए तब बूंदी फ्राई कर लेते हैं |
• बूंदी फ्राई करने के लिए कड़ाही में घी डालकर पिघला ले |
• जैसे ही घी पिघल जयेगा तब उसमें 1 बूंद डालकर चेक कर ले |
• जैसे ही यह फुलकर ऊपर आने लगेगा तब बूंदी फ्राई करे |
• बूंदी फ्राई करने के लिए झारा ले और गैस का आंच धीमी मध्यम पर कर ले|
• झारे मे 2 चमच घोल डाले और अच्छे से टैप करे बूँद अपने आप गिरता रहे|
• जब कड़ाही भर जाएगा |
• तब बूंदी को हलका सा उल्ट पुलट कर सेख ले |
• जब यह हलकासा सिख जाएगा तब इसे एक थाली में निकल ले | और बाकी का भी बूंदी आपको इसी तारिके से फ्राई करना है |
•जैसे ही सारी बूंदी बन जाए तब इसे गरम चासनी में डाल दे |
• फ़िर इसमे डाले 1/2 इलाची का पाउडर, 1/4 खरबुजे के बीज डालकर अच्छी तरह मिला लें और 30 मिनट के लिए रख दे |
•30 मिनट के बाद आप देखेंगे बूंदी चासनी एब्सॉर्ब कर ली है |
• इसे 1 बार अच्छी तरह मिक्स कर ले और लड्डू बनाना शुरू करे |
• लड्डू बनाने के लिए हंथो में थोड़ासा घी लगा ले और थोड़ा थोड़ा भाग लेकर लड्डू बना ले |
• बूंदी के लड्डू बनकर तैयार है |
•इसे बनाने के लिए आपको सिर्फ 30 से 45 मिनट का समय लगता है |
महत्वपूर्ण सुझाव:-
• बूंदी के लड्डू आप चाहे तो देसी घी या तो वेजिटेबल ऑयल में बना सकते हैं |
• बूंदी के लड्डू में फ़ूड कलर डालना बिलकुल वैकल्पिक है |
• बूंदी का घोल बनाने के लिए आपको घोल जादा पतला या मोटा नहीं रखना है | इसे आपको हलका सा पतला रखना है |
• चासनी बनाने के लिए जितना आपने चीनी लिया है उसा आधा आपको पानी लेना है |
• जब चीनी मेल्ट हो जाएगा तब चेक कर ले |
•जब 1 से 2 तार बनने लगे तब आपकी चासनी तैयार है |
•जब आप बूंदी चासनी में डाले तब चासानी थोड़ी सी गरम होनी चाहिए | तबी बूंदी चासनी को अब्सॉर्ब करेगी |
QNA
1. बूंदी के लड्डू कैसे बनाते है ?
उत्तर:-बूंदी के लड्डू बनाने के लिए सबसे पहले बेसन का घोल तैयार करे | घोल तैयार होने के बाद झारा ले और बूंदी फ्राई कर ले | फ़िर चाशनी तैयार करे और बूंदी चासनी में डाल दे और अच्छी तरह मिला लें और 30 मिनट के लिए रख दे | फिर अपने अनुसार छोटे या बड़ी साइज के लड्डू बनाकर तैयार करे |
2.बूंदी के लड्डू का क्या भाव है ?
उत्तर:-बूंदी के लड्डू 140 रुपये किलो के भाव से बिक रहे हैं।
3. बूंदी के लड्डू में कितनी कैलोरी होती है ?
उत्तर:- 1 बूंदी के लड्डू में 204 कैलोरी होती है |
4.क्या हम व्रत में मोतीचूर के लड्डू खा सकते हैं ?
उत्तर:-नवरात्रि व्रत में अगर आप कुछ मीठा खाना चाहते हैं तो आप घर पर मोतीचूर के लड्डू बना सकते हैं |
5.1 किलो में कितने लड्डू होते हैं ?
उत्तर:- 1 किलो में 28 लड्डू होते हैं |
6.लड्डू कितने समय तक चलता है ?
उत्तर:- लड्डू 2 हफ्ते तक चलता है |
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